अमेरिका ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति की उसे पूरी जानकारी है और वह इस पर निगरानी रखे हुए है। अमेरिका ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी क्षेत्र में चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन ऑफ आर्मी (पीएलए) के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों की मौत पर संवेदना प्रकट की है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता केलीग मैकनैनी ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में यह बात कही।
प्रवक्ता ने कहा,“ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस घटनाक्रम से पूरी तरह से अवगत हैं। अमेरिका पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेना के बीच की मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए हुए है। हमने भारतीय सेना की ओर से जारी वक्तव्य को देखा है जिसमें इस हिंसक झड़प में 20 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की गयी है। हम इस पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। ”
अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने के सवाल पर प्रवक्ता ने कहा, “ इसको लेकर अब तक कोई औपचारिक योजना नहीं है।”
सुश्री मैकनैनी ने कहा, “ दो जून को राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ टेलीफोन पर बातचीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-चीन सीमा की स्थिति पर भी चर्चा की थी।” गत माह श्री ट्रम्प ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद मुद्दे पर मध्यस्थता करने की पेशकश की थी जिसे भारत ने खारिज कर दिया था।
गौरतलब है कि सोमवार की रात पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गये थे। सूत्रों के अनुसार इस हिंसक झड़प में चीन के 50 सैनिक मारे गए हैं।