राजस्थान सहित कई राज्यों में फसलों को बर्बाद करने में लगे पाकिस्तान से आये टिड्डियों के झुंडों पर नियंत्रण के लिये अब हेलिकॉप्टर के जरिए कीटनाशक का छिड़काव शुरू किया गया है।
टिड्डियों के खात्मे के लिए माउटेंड स्प्रेयर ट्रैक्टर, ड्रोन के बाद अब हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। इसके तहत आज एक हेलीकॉप्टर जैसलमेर पुलिस लाइन मैदान हेलीपेड पर उतरा जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्रों में हेलीकाप्टर से छिड़काव शुरू किया। यह हेलिकॉप्टर एक बार में महज 250 लीटर कीटनाशक का स्प्रे सिर्फ 50 हेक्टेयर क्षेत्र में ही कर सकता है। इसमें पायलट के नीचे दोनों तरफ स्प्रे करने की सुविधा है। कंपनी से हुए करार के तहत 60 दिन में इसकी 100 घंटे की उड़ान अनिवार्य है
यह हेलिकॉप्टर बाड़मेर के उत्तरलाई एयरबेस पर तैनात है जो जैसलमेर बाड़मेर के प्रभावित इलाकों में टिड्डियों पर छिड़काव करके उनका खात्मा करेगा। टिड्डी नियंत्रण अधिकारी डॉ राजेश कुमार ने बताया कि इसी कड़ी में जैसलमेर में हेलीकाप्टर को तैनात किया गया है। जरूरत के आधार पर इसे बाड़मेर के साथ ही जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और नागौर जिलों में टिड्डी नियंत्रण के लिए काम में लिया जाएगा।
दूसरी तरफ टिडि्डयों के सफाये के लिए वायुसेना मदद के लिए आगे आयी है। वायुसेना ने अपने तीन एमआई-17 हेलिकॉप्टरों को टिड्डी पर स्प्रे करने के लिये तैयार कर दिया है। ये हेलिकॉप्टार महज 40 मिनट में 750 हेक्टेयर क्षेत्र में 800 लीटर कीटनाशक का छिड़काव कर देगा। इन तीन में से एक हेलिकॉप्टर को जोधपुर एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। यहां टिड्डी दलों के भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही ये हेलिकॉप्टर हमला करने को उड़ान भरेगा। ये शाम तक जैसलमेर पहुंच जायेंगे।