एशिया के सबसे अमीर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के मालिक मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स के बाद अब समूह की खुदरा कारोबार रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में निवेश का सिलसिला शुरु हो गया। इस क्रम में बुधवार को विश्व के प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अग्रणी निवेशक सिल्वर लेक ने साढ़े सात हजार करोड़ रुपए निवेश का ऐलान किया।
देश के खुदरा कारोबार में तीन दशक से अधिक समय से जमे फ्यूचर समूह का 24713 करोड़ रुपये में हाल ही में अधिग्रहण करने वाली आरआरवीएल में सिल्वर लेक का निवेश प्री-मनी इक्विटी मूल्य 4.21 लाख करोड़ रुपये के आकलन पर हुआ है। निवेश के लिये सिल्वर लेक को आरआरवीएल में 1.75 प्रतिशत इक्विटी मिलेगी।
सिल्वर लेक इससे पहले जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.35 अरब डालर अर्थात 10200 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। सिल्वर लेक दुनिया में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के सबसे बड़े निवेशकों में शुमार है और उसका रिलायंस रिटेल में निवेश करना इस बात का स्पष्ट सकेत है कि आरआरवीएल का भारतीय खुदरा क्षेत्र में बड़े खिलाड़ी के रूप में उभार हुआ है।
सिल्वर लेक का रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म्स का कुल मूल्यांकन नौ लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
देश के विभिन्न शहरों में फैले रिलायंस रिटेल के 12 हजार से अधिक स्टोर्स में करीब 64 करोड़ खरीदार प्रतिवर्ष आते हैं।
मुकेश अंबानी ने इस नेटवर्क से तीन करोड़ किराना स्टोर्स और 12 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने हाल ही में जियोमार्ट को भी लॉन्च किया है जो ग्रोसरी क्षेत्र का ऑनलाइन स्टोर है। जियोमार्ट पर हर दिन करीब चार लाख ऑर्डर बुक हो रहे हैं।
आरआरवीएल में सिल्वर लेक सौदे पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए आरआईएल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, “हमें खुशी है कि लाखों छोटे व्यापारियों के साथ साझेदारी करने के हमारे परिवर्तनकारी विचार से सिल्वर लेक अपने निवेश के माध्यम से जुड़ा है। भारतीय खुदरा क्षेत्र में भारतीय उपभोक्ताओं को मूल्य आधारित सेवा मिले, यही हमारा प्रयास है। हमारा मानना है कि प्रौद्योगिकी खुदरा क्षेत्र में जरूरी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण साबित होगी और रिटेल इको सिस्टम से जुड़े सभी घटक एक बेहतर विकास प्लेटफार्मों का निर्माण कर सकेंगे। भारतीय खुदरा क्षेत्र में हमारे विजन को आगे बढ़ाने में सिल्वर लेक महत्वपूर्ण भागीदार होगा।"
निवेश पर टिप्पणी करते हुए, सिल्वर लेक के सह -मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध साझेदार एगॉन डरबन ने कहा, “मुकेश अंबानी और रिलायंस की टीम ने अपने प्रयासों से खुदरा और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लीडरशिप हासिल की है। इतने कम समय में जियोमार्ट की सफलता, विशेषकर तब जबकि भारत बाकी दुनिया के साथ कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, वास्तव में अभूतपूर्व है।"
इससे पहले जियो प्लेटफॉर्म्स में कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण समय में फेसबुक और गूगल समेत 13 निवेशकों ने 14 निवेश प्रस्तावों के जरिये डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश जुटाया था।