पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
इमरान खान ने हाल ही में स्वीकार किया कि उनके देश में अभी भी लगभग 30-40 हजार आतंकी
प्रशिक्षण ले रहे है.
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ने भी चेतावनी दी है ये सभी आतंकी अफगानिस्तान और
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लड़ चुके है और इनको अब भारत के कश्मीर में धकेले
जाने की तैयारियां चल रही है.
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने यह भी चेतावनी जारी की है कि उन्हें जानकारी है कि
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को निशाना बनाने की योजना बना रहे है.
जैश-ए-मोहम्मद एक
संयुक्त राष्ट्र-नामित आतंकवादी संगठन है, और इसका प्राथमिक उद्देश्य कश्मीर को भारत से अलग
करना और पाकिस्तान के साथ विलय करना है. 2000
में अपनी स्थापना के बाद से, समूह
ने कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दिया, जिसमें 14 फरवरी को पुलवामा में भारतीय सैनिकों पर आत्मघाती
हमला भी था, जिसमें 40 सैनिकों की मौत हो गई थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने खुफिया सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि कश्मीर का बदला
लेने के लिए जैश-ए-मोहम्मद मोदी और डोभाल
को निशाना बनाने के लिए एक दस्ता तैयार कर रहा है ताकि कश्मीर से उसका विशेष दर्जा
छीना जा सके.
समाचार एजेंसी एएनआई ने खुफिया एजेंसियों का हवाला देते हुए बताया है कि 8-10 आतंकवादियों
का एक जेएम मॉड्यूल संभवतः जम्मू और कश्मीर में और उसके आसपास वायु सेना के
ठिकानों पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने की कोशिश कर सकते है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में भाग लेने के लिए इमरान खान ने पाकिस्तान में पल
रहे आतंकवादियों को लेकर अमेरिका को भी जिम्मेदार ठहराया था लेकिन पाकिस्तान
द्वारा कही गयी ये बाते सिर्फ दिखावा ही साबीत होती रही है.
पकिस्तान अपने क्षेत्र में पल रहे आतंकवादियों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नही
उठाता है.
Image Credit: Hindi.mynation.com