मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीता राम येचुरी ने लोगों से देश भर में घर-घर जाकर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का विरोध करने की अपील की है।
श्री येचुरी ने यहां रविवार देर रात एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हमें राष्ट्र विरोधी कह रहे हैं और हम पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन यही वे लोग हैं जो एक विभाजित कट्टर हिंदुत्व वोट बैंक को मजबूत करने और अराजकता और नफरत फैलाकर भारत को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
माकपा महासचिव ने कहा कि हमें पहले इस षड़यंत्र से राष्ट्र को बचाने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए उसके बाद एक बेहतर राष्ट्र के निर्माण की दिशा में मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने लोगों से एक अप्रैल से शुरू होने वाली एनपीआर की प्रक्रिया में अधिकारियों को किसी भी प्रकार की जानकारी और दस्तावेज नहीं देने की अपील की है।
दरअसल, माकपा की ओर से सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में एक से 23 मार्च तक एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा।
श्री येचुरी ने गैर-भारतीय जनता पार्टी शासित प्रदेशों के सभी 13 मुख्यमंत्रियों से एनपीआर का विरोध करने की अपील की है।