दुबई रेगिस्तानी जमीन पर चमकते हुए सितारे की तरह एक ऐसा शहर है, जहाँ हर इंसान कभी न कभी अपनी जिन्दगी में एक बार तो जरुर घुमने के लिए जाना चाहता है. अक्सर दुबई की चर्चा उसके कड़े कानूनों और उसकी आसमान छूती गगनचुम्बी इमारतों के लिए तो होती ही है बल्कि इसके अलावा कई सामूहिक देशो की संयुक्त बैठकों के लिए भी दुबई ही बहुत मशहूर है.
दुबई एक ऐसा शहर है जो अपनी भव्यताओं के कारण पूरी दुनिया में जाना जाता है. आज दुबई पूरी दुनिया में एक मुख्य पर्यटक स्थल है.
इसके अलावा आज दुबई व्यापार का भी एक मुख्य केंद्र बन चूका है.
दुबई आज वर्तमान में आधुनिक तकनीक से लैस एक विकसित शहर बन गया है लेकिन दुबई हमेशा से ही ऐसा नहीं था. दुबई की जिस ज़मीन पर गगनचुम्बी इमारतें आज खड़ी हुई हैं इन इमारतों की कल्पना करना बहुत मुश्किल था. कौन सोच सकता था कि इस रेगिस्तानी क्षेत्र को भी इतना समृद्ध आर्थिक क्षेत्र बनाया जा सकता है, जिसकी पहचान दुनिया में होगी. दुबई संयुक्त अरब अमीरात के 7 अमीरातों में से एक है. संयुक्त अरब अमीरात को हम यूएई (UAE) भी कहते है.
यूएई (UAE) की स्थापना 2 दिसंबर 1971 को हुई थी जिसमे अबू धाबी, अज़मान, दुबई, फुजइराह, शारजाह, उम्म अल क्वावेन शामिल थे.
10 फरवरी 1972 को रस अल खैमा एक अन्य राज्य भी इस अमीरात का हिस्सा बन गया.
वर्तमान में यूएई (UAE) की राजधानी अबू धाबी है और दुबई यूएई का सबसे बड़ा राज्य है. संयुक्त अरब अमीरात का इतिहास बड़ा ही दिलचस्प है एक समय ऐसा भी था जब यूएई के पास व्यापार के लिए खुद का कोई भी स्रोत नहीं था लेकिन 1966 में हुई तेल की खोज ने यूएई (UAE) के लिए व्यापार के नए रास्ते खोल दिए जिस वजह से यह क्षेत्र तेजी से बाकी दुनिया से जुड़ता चला गया.
पूरी दुनिया से एक व्यापारिक जुड़ाव हो जाने के कारण व्यापारी यहाँ आने लगे जिसके बाद यहाँ यूएई की सरकार ने यूएई को व्यापारिक क्षेत्र बनाने और पर्यटन से जोड़ कर इसमें आर्थिक संभावनाएं तलाशनी शुरू की.
जिसके बाद दुबई सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुआ जों कि वर्तमान में पर्यटक स्थल के साथ-साथ एक व्यापारिक केंद्र भी बन गया है.
अगर बात करें यूएई के बड़े शहर दुबई की, तो दुबई को वैश्विक दृष्टिकोण से विकसित करने में सबसे बड़ा हाँथ दुबई के वर्तमान प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम का है, जिन्होंने दुबई को विकसित शहर बनाने के लिए पिछले 20 सालों में ऐसी परियोजनाओं पर ध्यान केन्द्रित किया जिसके कारण दुबई दुनिया का एक आकर्षक स्थान बन पाया. दुबई को आर्थिक केंद्र बनाने के लिए इन्होने इनकम फ्री टैक्स इकॉनमी की पालिसी अपनाई जिसका फायदा दुबई को हुआ.
दुबई पर्यटकों के लिए बहुत ही आकर्षण शहर माना जाता है. दुनिया भर से लोग दुबई घुमने के लिए आते है.
बुर्ज खलीफा, दुबई मिरेकल गार्डन, मैन मेड आइलैंड के नाम से मशहूर पाम जुमैरा आदि दुबई को पर्यटन का विशेष केंद्र बनाते हैं-
1. बुर्ज खलीफा
बुर्ज खलीफा विश्व की सबसे ऊँची इमारत है, इसकी उंचाई 828 मीटर(2716.5 फीट) है. इस इमारत में 160 से भी ज्यादा मंजिल है जो कि पूरी दुनिया में सबसे अधिक है. बुर्ज खलीफ़ा का डिजाईन स्पाइडर लिली से प्रेरित होकर बनाया गया है. यह डिजाईन बुर्ज खलीफ़ा की इमारत को 160 मंजिल पर चलने वाली तेज हवाओं के दबाव से बचाता है नही तो इतनी ज्यादा उंचाई होने के कारण यह इमारत टिक ही नही सकती. बुर्ज खलीफ़ा के नाम कई रिकार्ड्स है जैसे दुनिया सबसे ऊँचा एलिवेटर, सबसे ऊँचा रेस्टोरेंट, सबसे ऊँचा रेसिडेंशियल स्थान, सबसे ऊँचा फायरवर्क, सबसे ऊँचा नाईट क्लब. ये सभी इस इमारत मौजूद हैं. बुर्ज खलीफ़ा का निर्माण करना बहुत ही मुश्किल काम था क्योंकि रेगिस्तान की सूखी ज़मीन पर इतनी ऊँची इमारत तैयार करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था लेकिन फिर भी अनुभवी इंजीनियरों और 12000 मजदूरों की दिन रात की मेहनत का ही नतीजा था कि इसने विश्व की सबसे ऊँची इमारत होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया.
2. दुबई मिरेकल गार्डन
दुबई की जमीन को अगर देखा जाए तो वह पूरी तरह से फूल या पौधे उगाने लायक तो नही है लेकिन इसके विपरीत दुबई का मिरेकल गार्डन एक ऐसा आकर्षण केंद्र है जो कि अपने फूलों से बने गार्डन की खूबसूरती के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. इस गार्डन में आने के बाद आपको ऐसा लगेगा जैसे कि आप फूलों के स्वर्ग में आ गये हो. यह गार्डन 72000 स्क्वायर मीटर में फैला हुआ है जिसको 2013 में वेलेंटाइन डे के दिन लोगो के लिए खोला गया था. इस गार्डन में 150 मिलियन फूलों से तरह-तरह की आकृतियाँ डिजाईन की गयी है. दुबई मिरेकल गार्डन ने भी दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किये है जिसमे पहला है, दुनिया का सबसे बड़ा वर्टिकल गार्डन होने का रिकॉर्ड दूसरा एक जहाज की आकृति में फूलों की फार्मिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड. इस तरह मिरेकल की खूबसूरती के कारण लगभग 1.5 मिलियन लोग हर साल इस गार्डन को देखने के लिए आते हैं.
3. बुर्ज अल अरब होटल
जुमेराह तट पर मानव निर्मित आइलैंड पर बना बुर्ज अल अरब 7 स्टार होटल भी दुबई का खुबसूरत स्थल है. यह होटल दुबई के के बिल्कुल बाहर की तरफ बना है यह दुनिया का सबसे महंगा होटल है. इस होटल में 200 से ज्यादा कमरे है. इस होटल में प्रवेश करने के लिए आपको अच्छे खासे पैसे खर्च कर-कर बुकिंग तो करानी ही होगी साथ ही अच्छे कपडे पहन कर भी जाना होगा. जब आप इस होटल के अन्दर जाओगे तो आपको एक लग्ज़री लाइफ का अनुभव होगा.
4. पाम जुमेराह द्वीप
पत्तियों की आकृति में दुबई के जुमेराह बीच के तट पर बना मानव निर्मित यह कृत्रिम द्वीप बहुत ही सुन्दर है. आसमान से इस द्वीप को देखने पर इसकी पेड़ जैसी आकृति बहुत ही सुन्दर दिखाई देती है. यह मानव निर्मित द्वीप 5 कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है जिस पर होटल्स और रेस्टोरेंट बनाए गए है. इस द्वीप को बनाने के लिए समुद्र में काफी मात्रा में मिट्टी और पत्थर को भरा गया है ताकि समुद्र पर एक सतह तैयार हो सके.
5. दुबई मॉल
दुबई माल भी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल है. दुनियाभर से लगभग 50 मिलियन से भी ज्यादा लोग हर साल यहाँ घुमने के लिए आते है. इस माल में 1200 शॉप, 250 लग्ज़री होटल, 120 रेस्टोरेंट और 14000 वाहनों के लिए पार्किंग स्पेस है. इस माल का मुख्य आकर्षण एक्वेरियम और अंडर वाटर ज़ू है जिसमे शार्क को मिला कर 300 से ज्यादा समुद्रीं प्रजातियाँ है.
6. दुबई गोल्ड सूक
दुबई गोल्ड सूक एक पारंपरिक बाजार की तरह होता है, दुबई में कई वर्षो से यह परंपरागत बाजार चलते आ रहे है जिनमे आभूषण और कपडे मिलते थे. दुबई के इस गोल्ड सूक में अलग-अलग तरह की ज्वैलरीयां मिलती है जिसमे सोने, चांदी, हीरें से बनी ज्वैलरियां शामिल है. इसके अलावा बहुत ही कीमती किस्म के स्टोन भी इस बाज़ार में बिकते है.
दुबई वर्तमान में पूरी दुनिया के लिए आर्थिक निवेश हेतु आदर्श तथा पर्यटन हेतु रमणीय स्थल बना हुआ है. लेकिन दुबई की सरकार दुबई के लिए भविष्य की कई परियोजनाओं पर काम कर रही है.
दुबई अभी भी अपनी बनाई हर चीज में नई तकनीक का ध्यान रख रहा है.
दुबई ने फिलहाल अपने यातायात व पुलिस विभाग को काफी हद तक तकनीक से जोड़ दिया है. दुबई की पुलिस इतनी विकसित हैं कि बिना मानव पुलिस के ही पुलिस के क़ानून तकनीकी मदद द्वारा लोगों पर अपने आप लागू हो जाते हैं.
दुबई में हायपरलूप ट्रेन प्रोजेक्ट भी डेवेलप किया जा रहा है जिसके तहत एक वेक्यूम ट्यूब में ट्रेन को दौड़ाया जाता है.
हायपरलूप की रफ़्तार से आप 40 मिनट में 1000 किलोमीटर तक का सफ़र तय कर सकते है. इसके अलावा दुबई में पैसेंजर ड्रोन भी डेवेलप किए जा रहे हैं, जो यातायात के क्षेत्र में नई क्रान्ति ला सकते है. बिल्डिंग्स बनाने के परम्परागत तरीकों की जगह दुबई आने वाले कुछ सालों में इमारतें 3D प्रिंटिंग तकनीक से बनाने की योजना पर भी काम कर रहा है.
इसके अलावा ड्राईवरलेस कार और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट भी भाविष्य में यहाँ आकर्षण के केंद्र होंगे.
पिछले 20 सालों में दुबई ने तरक्की की जो रफ़्तार पकड़ी है उससे यह अंदाजा लगान बड़ा मुश्किल है कि कभी यह क्षेत्र एक रेगिस्तानी इलाका था जहां पर ऊंट ही ऊंट देखने को मिलते थे. दुबई अब वर्तमान में एक आर्थिक हब बन चूका है इसलिए संभव है कि आपको यहाँ तकनीक के क्षेत्र में और नये करिश्मे भी देखने को मिलें.
दुबई की तरक्की के पीछे निश्चित तौर पर एक सधी व सुदृढ़ व्यापारिक सोच है जिसने थार के एक इलाके को आज एक आधुनिक तकनीक से लैस शहर में तब्दील कर दिया है.
Web Title: Story of a Techno-friendly City Dubai
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irshad
30-11-2020 11:54:58